Rajeev Sharma "Raj"
सोमवार, 24 फ़रवरी 2020
मंगलवार, 28 जनवरी 2020
शुक्रवार, 5 जुलाई 2019
शुक्रवार, 4 मई 2018
कुर्सी की खातिर दौड़ मियाँ*
अरे कुर्सी की खातिर दौड़ मियाँ
करनी जनता की फिक्र छोड़ मियाँ
करनी जनता की फिक्र छोड़ मियाँ
गरीबी,भुखमरी,बेरोजगारी, भगाएंगे
नए नए जुमलों का बम फोड़ मियाँ
नए नए जुमलों का बम फोड़ मियाँ
रस्मों रिवाजों में उलझ गया इंसान
बेमतलब के रस्मों रिवाज तोड़ मियाँ
बेमतलब के रस्मों रिवाज तोड़ मियाँ
बारूदी बिसात बिछाए बैठी दुनियाँ
नम्बर वन बनने की मची होड़ मियाँ
नम्बर वन बनने की मची होड़ मियाँ
सब अपने है रिश्तों में कोई फर्क नही
नही आता हमे गुणा भाग जोड़ मियाँ
नही आता हमे गुणा भाग जोड़ मियाँ
बहू के संग संग दहेज भी मांगे जो
ऐसे लालची लोंगों से रिश्ता तोड़ मियाँ
ऐसे लालची लोंगों से रिश्ता तोड़ मियाँ
ये जो पड़ोसी रोज आंख दिखाता है
"राज़" एक दिन अच्छे से गर्दन मरोड़ मियाँ
"राज़" एक दिन अच्छे से गर्दन मरोड़ मियाँ
©® *राजीव शर्मा "राज़"*
*लुधियाना*
*लुधियाना*
Rajeev Sharma RAJ
अच्छी आज दोस्ती निभाई तूने
मेरी जग हसाई कराई तूने
अच्छी आज दोस्ती निभाई तूने
जीवन में हमारे भरा अंधेरा
घर अपने दिवाली मनाई तूने
घर अपने दिवाली मनाई तूने
माना था तुझे ही यहाँ पर अपना
फिर क्यूं आग घर में लगाई तूने
फिर क्यूं आग घर में लगाई तूने
जीना चाहता साथ में तेरे मैं
क्यूँ दिल से मुहब्बत मिटाई तूने
क्यूँ दिल से मुहब्बत मिटाई तूने
आखिर क्यूँ हुआ बेवफा वो दोस्तों
जिस पर "राज़" ये जाँ लुटाई तूने ।
जिस पर "राज़" ये जाँ लुटाई तूने ।
राजीव शर्मा "राज़"
लुधियाना
लुधियाना
Rajeev Sharma RAJ
बुधवार, 25 अप्रैल 2018
गुरुवार, 29 मार्च 2018
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