कोई क्या जाने, क्या हो कल, ज़िन्दगी में ?
रोना ही नहीं, हर समस्या का हल, ज़िन्दगी में
क्या हुआ जो आज कोई अपना साथ नहीं मेरे ?
होगा हर कोई मेरा, आयेगा ये भी पल, ज़िन्दगी में
चट्टान बनकर लड़ना होगा, इन आग के अंगारों से
यूँ मामूली से दिए से ना, पिघल, ज़िन्दगी में
ऐ "राज" हार-जीत तो ज़िन्दगी का इक हिस्सा है
ना देख मुड पीछे, बस तू चलता-चल, ज़िन्दगी में !!
रोना ही नहीं, हर समस्या का हल, ज़िन्दगी में
क्या हुआ जो आज कोई अपना साथ नहीं मेरे ?
होगा हर कोई मेरा, आयेगा ये भी पल, ज़िन्दगी में
चट्टान बनकर लड़ना होगा, इन आग के अंगारों से
यूँ मामूली से दिए से ना, पिघल, ज़िन्दगी में
ऐ "राज" हार-जीत तो ज़िन्दगी का इक हिस्सा है
ना देख मुड पीछे, बस तू चलता-चल, ज़िन्दगी में !!